शोध में शामिल न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि यह मानने के लिए पर्याप्त आधार मौजूद हैं कि फाइजर और मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन लगवा चुके लोग B.1.617 और B.1.618 वैरिएंट से सुरक्षित रहते हैं. उन्होंने बताया कि रिसर्च के लिए कई अलग-अलग सैंपल लिए गए थे.
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